Film from Kolkata Rumi wins Golden Eye Award in Drishti 2012.

अंग्रेजी फिल्मक ‘रूमी’ ने दृष्टि 2012 गोल्डेन आई एवार्ड जीता। इस फिल्म का निर्माण कोलकाता की तमाली राय ने किया था। लघु फिल्म कैटेगरी में दिल्ली की आचल अरोड़ा व उनकी टीम को फिल्म ‘वन डोनेशन टू लाइव्स’ के लिए सिल्वर आई एवार्ड मिला। नेत्रदान को बढ़ावा देने के लिए ‘अंतरदृष्टि’ संस्था द्वारा लगातार दूसरे साल दृष्टि क्रिएटिव कांटेस्ट का आयोजन किया गया। ये एवार्ड होली पब्लिक स्कूल (सिकंदरा) के ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में दिए गए।

नेत्रदान जागरूकता विषय पर पोस्टल, डिजाइन और ऑडियो जिंगल की भी प्रवृष्टियां आमंत्रित की गई थी। पोस्टर प्रतियोगिता में गोल्डेंन आई एवार्ड अहमदाबाद के निखिल राज को और दिल्ली की कनिष्कार सिनवार व सुक्रिती साहनी ने जीता। इस कैटेगेरी में सिल्वर आई एवार्ड दिल्ली की पूर्वा ठक्कर और उनकी टीम, राजीव कुमार व सुभ्रजीत चौधरी को मिला।

गोवा के गौतम कामत ने अपने मग डिजाइन के लिए डिजाइन कैटेगेरी में गोल्डेन आई एवार्ड जीता। आगरा की सुरुचि और माधवी को टी-शर्ट डिजाइन के लिए सिल्वडर आई एवार्ड मिला।

होली पब्लिक स्कूल में आयोजित समारोह में मुख्यक आकर्षण का केंद्र लघु फिल्म और पोस्टर व डिजाइन की प्रदर्शिनी थी। एवार्ड जीत चुकी फिल्‍म ‘रूमी’ और ‘वन डोनेशन टू लाइव्सब’ को दर्शकों ने खूब सराहा। ‘रूमी’ फिल्म की निर्माता तमाली राय और फिल्‍म में मुख्य भूमिका निभाने वाली अमानिता सेन ने कोलकाता से आकर अवार्ड लिया। पोस्टर और डिजाइन में एवार्ड पाने वाले निखिल राज अहमदाबाद से और गौतम कामत गोवा से समारोह में आए।

समारोह में उमरी पब्लिक स्कूल के छात्रों ने नेत्रदान जागरूकता पर सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। ‘फीट फॉर फ्यूचर’ संस्थान से जुड़े दिल्ली के स्ट्रीट चिल्ड्रेन ने ‘गड्ढ़ा’ नाटक का मंचन किया। दर्शकों ने तालियां बजाकर इसे खूब सराहा।

कार्यक्रम में नेत्रदान और इसकी समस्या पर ग्रुप डिस्कशन का भी आयोजन हुआ। इसमें वरिष्ठ् पत्रकार प्रशांत टंडन, एसएन मेडिकल कॉलेज के नेत्ररोग विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. डीजे पांडेय, कलेक्ट्रेट में कार्यरत दृष्टिहीन श्रीधर उपाध्याय, गौतम कामत, तमाली राय आदि ने नेत्रदान पर चर्चा की।

अंतरदृष्टि संस्था के सीईओ अखिल श्रीवास्त्व ने कहा कि क्रिएटिव कांटेस्ट में लोगों के व्यादपक भागिदारी से नेत्रदान जागरूकता अभियान को बल मिला है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अगले वर्ष का कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए दृष्टि टीम के सदस्य वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत टंडन ने कहा मास मीडिया और क्रिएटिव कार्यक्रम नेत्रदान जागरूकता के प्रसार में बेहद सहायक है। अंतरदृष्टि इस अभियान को लगातार जारी रखेगा।

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