‘दृष्टी 2011’ की अपार सफलता के बाद, ‘अंतरदृष्टी‘ संगठन नेत्रदान को बढ़ावा देन के लिए आज ‘दृष्टी 2012’ क्रिएटिव कांटेस्ट के कार्यक्रम की घोषणा कर रहा है। पिछले साल की तरह इस बार भी नेत्रदान विषय पर चार श्रेणियों यानी लघु फिल्म, पोस्टर, डिजाइन और ऑडिया जिंगल के लिए प्रविष्टियां (एंट्रीज) आमंत्रित की जा रही है।
नेत्रदान को बढ़ावा देन के लिए ‘अंतरदृष्टी‘ की गतिविधि का केंद्र आगरा रहेगा। प्रतियोगिता के अंतिम दौर में शहर में पुरस्कार वितरण समारोह ओर दो दिवसीय फिल्म फेस्टिवल आयोजित होगा। चुनी गई फिल्मे एवं क्रिएटिव कांटेस्ट की प्रविष्टियां फेस्टिवल के दौरान प्रदर्शित की जाएंगी। फेस्टिवल में फिल्म शो और प्रदर्शिनी के साथ-साथ आकर्षण का केंद्र देश भर से आए नेत्रहीन छात्रों और कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। ‘दृष्टी 2012’ टीम के सदस्या दीप्ती पंत ने बताया कि इस वर्ष प्रतियोगिता में शामिल होने वालों की संख्या पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा होने की उम्मीद है। फेस्टिवल अक्टूबर 2012 में आयोजित किया जाएगा और तारीख व कार्यक्रम की घोषणा फेस्टिवल के दो महीने पहले की जाएगी, ताकि देश के अन्य हिस्सों से भाग लेने को तैयार स्वयंसेवक अपनी यात्रा की व्यवस्था कर सकें।
सभी चार श्रेणियों में प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि 10 अगस्त, 2012 है। इस प्रतियोगिता में किसी भी उम्र के भारतीय नागरिक भाग ले सकते हैं। प्रतियोगिता के लिए किसी भी तरह का प्रवेश शुल्क नहीं है। समान अवसर प्रदान करने के लिए केवल व्यक्तियों को कांटेस्ट में भाग लेने की अनुमति दी गई है। प्रोडक्शन हाउस और संगठनों से आने वाली प्रविष्टियों पर विचार नहीं किया जाएगा। सभी प्रविष्टियों की स्क्रीन और सभी चार श्रेणियों में गोल्डेन आई व सिल्वर आई एवार्ड का चुनाव विख्यात पेशेवर और प्रतिष्ठित नागरिकों का तीन सदस्यीय स्वतंत्र ज्यूरी करेगी।
‘दृष्टी यात्रा 2011’ केंद्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा से भारी रेस्पांस के साथ शुरूआत हो चुकी है। यात्रा के दौरान नेत्रदान को बढ़ा देने के लिए पिछले फिल्म फेस्टिवल की फिल्मों का प्रदर्शन और अन्य गतिविधियां की जा रही हैं। इस तरह के कार्यक्रमों के साथ दृष्टी यात्रा 2011 भारत के 13 बड़े शहरों में होनी है। इस वर्ष की दृष्टी यात्रा में शामिल शहरों में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, पटना आदि हैं। नेत्रदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘अंतरदृष्टी‘ स्थानीय आई बैंक और अस्पतालों के साथ समन्वय कर रही है। इन यात्राओं में अब तक 468 लोग खुद नेत्रदान के लिए आगे बढे हैं और सर्टिफिकेट पा चुके हैं।
प्रेस कांफ्रेंस में ‘दृष्टी 2012’ टीम के सदस्य व वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत टंडन ने कहा आने वाले महीनों में नेत्रदान को बढ़ावा देने के लिए समान विचारधारा वाले स्वयंसेवकों और संगठनों के साथ मिलकर कार्यक्रमों का विस्तार होगा। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इस क्षेत्र में काम के लिए बड़े पैमाने पर प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं और विचाराधीन हैं।
गोल्डेन आई एवार्ड विजेता निवेदिता मजुमदार कोर टीम मे शामिल :
अंतरदृष्टी संगठन के सीईओ अखिल श्रीवास्तव ने ‘दृष्टी 2012’ की कोर टीम में निवेदिता मजुमदार को शामिल करने की घोषणा की। निवेदिता अपनी फिल्म ‘रितु वांट्स टू सी’ के लिए दृष्टी 2011 की गोल्डेन आई एवार्ड विजेता हैं। श्रीवास्तव ने बोर्ड में निवेदिता का स्वागत करते हुए कहा कि सुश्री मजुमदार संगठन के अभियान को अपने कौशल और लगन से नया आयाम देंगी।
नेत्रदान को बढ़ावा देने के लिए पहला फिल्म व क्रिएटिव कांटेस्ट और फेस्टिवल ‘दृष्टी 2011’ आगरा में 10 व 11 दिसम्बर 2011 को सेंट जोंस कॉलेज में शहर के सभी वर्गों के लोगों के जबरदस्त सहयोग से आयोजित किया गया था।
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